पटना। जम्मू-कश्मीर में दो बिहारी कामगार की हत्या के बाद शेष लोगों में डर पैदा हो गया है। लोग अपने घरों की ओर लौटना चाहते हैं। इस घटना के बाद बिहार की राजनीति में बयानबाजी भी शुरू हो गई है। काबिलेगौर है कि दस अक्टूबर को भागलपुर के वीरेंद्र पासवान और शनिवार को बांका जिले के अरविंद कुमार साह की हत्या के बाद डर बढ़ गया है।
बिहार CM नीतीश कुमार ने कुलगाम, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में मारे गए बिहार के निवासी राजा ऋषिदेव और योगेन्द्र ऋषिदेव के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने इस हमले में घायल चुनचुन ऋषिदेव के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
इस घटना को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि ख्यमंत्री नीतीश कुमार कश्मीर के राज्यपाल से संवाद स्थापित करें और सुनिश्चित करें कि भविष्य में किसी और बिहारी की इस तरह से निर्मम हत्या न हो। पीड़ित परिवार को मुआवज़ा देने से कुछ नहीं होगा। हम मांग करते हैं कि नीतीश कुमार उनके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दें।
इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम इस बात को लेकर वहां अलर्ट कर रहे हैं क्योंकि लोग देश के किसी भी हिस्से में काम करने के लिए स्वतंत्र हैं। उम्मीद है कि इस तरह के लोग जहां रहते हैं उन पर कोई हमला न करे इसके लिए उनकी सुरक्षा के लिए इंतजाम जरूर करेंगे।
बताया जाता है कि छह माह के लिए कोसी और सीमांचल से हजारों की संख्या में मजदूर काम करने के लिए जम्मू-कश्मीर समेत आसपास के इलाकों में जाते हैं। सीमांचल के सबसे अधिक अररिया, किशनगंज के अलावा पूर्णिया के मजदूर जम्मू कश्मीर में काम की तलाश में गए हुए हैं।
बता दें कि कुलगाम के वानपोह इलाके में आतंकवादियों द्वारा की गई फायरिंग में 2 गैर-कश्मीरी मज़दूरों की मौत हुई है और एक घायल हुआ है। पुलिस और सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है।
Bihar News : कश्मीर में 2 बिहारी मजदूर की हत्या, नीतीश कुमार ने कही ये बात
रोजगार की तलाश में बिहार से कामगार कई राज्यों में जाते हैं। बीते दिनों जम्मू कश्मीर में दो मजदूरों की हत्या के बाद बिहारी कामगार डरे हुए हैं। लोग अपने घरों की ओर लौटना चाहते हैं। इस पर अब सियासत शुरू हो चुकी है।