Business News : डाबर लास्ट माईल वितरण के लिए अपने फ्लीट में 100 इलेक्ट्रिक वाहन शामिल करेगी

नई दिल्ली। हरित कल की दिशा में प्रयास करते हुए डाबर इंडिया लिमिटेड ने आज घोषणा की है कि डाबर अपने प्रोडक्ट्स के लास्ट माईल वितरण के लिए अपनी आपूर्ति श्रृंखला में 100 इलेक्ट्रिक वाहन शामिल कर रही है। इस कदम के साथ डाबर भारत की पहली डोमेस्टिक कन्ज़्यूमर गुड्स कंपनी बन गई है, जो अपने प्रोडक्ट्स के वितरण के लिए ई-वाहनों का उपयोग कर रही है। इस घोषणा के साथ कंपनी कार्बन-न्युट्रेलिटी के अपने मिशन के और करीब आ गई है।

नए इलेक्ट्रिक वाहनों का पहला बैच उत्तरी भारत के फ्लीट में उतारा गया और हरियाणा के सोनीपत क्षेत्र में ई-वाहनों से डाबर के प्रोडक्ट्स का लास्ट माईल वितरण शुरू कर दिया है। अगले 12 महीनों के अंदर सभी 100 वाहन पूरे भारत में उपलब्ध करा दिए जाएंगे, डाबर इंडिया लिमिटेड के चीफ़ एक्ज़क्टिव ऑफिसर श्री मोहित मल्होत्रा ने कहा। कंपनी के इन प्रयासों से कार्बन उत्सर्जन को कम करने में बड़ी मदद मिलेगी। मोहित मल्होत्रा ने कहा कि एक ज़िम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक होने के नाते, डाबर पर्यावरण संरक्षण के लिए अपनी ज़िम्मेदारी को समझती है। भारत सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं हरित भारत के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए डाबर ने अपने फ्लीट में ई-वाहन शामिल करने का फैसला लिया। अपने इन प्रयासों से कंपनी कार्बन उत्सर्जन कम करने और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकेगी। पारम्परिक ईंधन पर चलने वाले वाहनों के बजाए इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग कर हरित र्प्यावरण के निर्माण में योगदान दिया जा सकता है। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में हम दूर-दराज के इलाकों में भी इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा दे सकेंगे और भारत को हरित ऊर्जा के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद कर सकेंगे।

इस संदर्भ में डाबर इंडिया लिमिटेड के एक्ज़क्टिव डायरेक्टर- ऑपरेशन्स श्री शारूख ए खान ने कहा कि परिवहन एफएमसीजी उद्योग का आधार है। रोज़ाना सैंकड़ों वाहनों का उपयोग रोज़मर्रा में इस्तेमाल होने वाले सामान के वितरण के लिए किया जाता है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग से न सिर्फ प्रदूषण को बल्कि कार्बन फुटप्रिन्ट को भी कम किया जा सकता है। हमारे लिए गर्व की बात है कि हम एफएमसीजी उद्योग में सबसे पहले ई-वाहनों का उपयोग शुरू करने जा रहे हैं। भारत में इलेक्ट्रिक वाहन अपनी शुरूआती अवस्था में हैं, लेकिन यह क्षेत्र तेज़ी से विकसित हो रहा है। हम अपनी आपूर्ति श्रृंखला में लास्ट-माईल वितरण के लिए ज़्यादा से ज़्यादा ई-वाहनों को अपना कर हरित पर्यावरण में योगदान देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए इस तरह के प्रयासों से न सिर्फ ब्राण्ड की प्रतिष्ठा बढ़ेगी, बल्कि उपभोक्ताओं का हममें भरोसा भी बढ़ेगा। डाबर में हम अपने हर कदम के साथ स्थायी एवं हरित भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ यह इसी दिशा में हमारा एक और कदम है।