नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के नए निदेशक के रूप में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी सुबोध जायसवाल के नाम की घोषणा कर दी गई। हाई लेवल कमिटी की मीटिंग में इसका फैसला लिया गया। इस कमिटी में भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे। CBI निदेशक का पद फरवरी से खाली है। अभी अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा इसके अंतरिम प्रमुख हैं।
बता दें कि आईपीएस सुबोध जायसवाल (Subodh Jaiswal) ने अपने 35 वर्षों के ड्यूटी पीरियड के दौरान महाराष्ट्र राज्य और भारत सरकार के लिए कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) में भी अपनी सेवाएं दी हैं। वह कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त सचिव भी रह चुके हैं। इसके अतिरिक्त जयसवाल को वर्ष 2001 और 2009 में सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, 2020 में असाधारण सुरक्षा सेवा प्रमाण पत्र व आंतरिक सुरक्षा पदक और विशेष सेवा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है। वह प्रधानमंत्री, पूर्व PM और उनके परिवारों की सुरक्षा करने वाले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के इंटेलिजेंस ब्यूरो में भी काम कर चुके हैं।
मुंबई पुलिस में रहते हुए वह करोड़ों रुपए के जाली स्टंप पेपर घोटाले की जांच करने वाली स्पेशल टीम के चीफ थे। साल 2006 में हुए मालेगांव विस्फोट की जांच भी सुबोध कुमार जायसवाल ने ही की थी। साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के दौरान इस अनुभवी अधिकारी ने महाराष्ट्र के स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो का कार्यभार संभाला। जानकारी के मुताबिक उन्होंने आतंकी हमले के बाद अमेरिकी एजेंसियों के साथ काफी करीबी से काम किया है।