नई दिल्ली। राजनीति के रंग निराले होते हैं। महंगाई को लेकर आम लोग और विपक्षी दल भाजपा शासित केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार मानते रहे हैं। जैसे ही दिवाली में पेट्रोल तथा डीजल में केंद्र सरकार की ओर से कुछ कमी की गई, उसके बाद भाजपा नेता गैर-भाजपा शासित राज्य सरकार पर दबाव बना रहे है। इसी क्रम में राजधानी दिल्ली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदेश भाजपा की ओर से शनिवार को यहां फ्लैगस्टाफ रोड पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के पास धरना दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल तथा डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कटौती की मांग की। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने प्रदर्शनकारियों की अगुवाई करते हुए कहा कि जब तक केजरीवाल पेट्रोल और डीजल पर वैट में कमी की घोषणा नहीं करते, पार्टी कार्यकर्ता आंदोलन जारी रखेंगे। अपने संबोधन में उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल सरकार को आम आदमी की फिक्र नहीं है और इस वजह से वह पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों पर कोई ध्यान नहीं दे रही।’’
बता दें कि केंद्र सरकार ने बुधवार को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क पांच रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर कम करने की घोषणा की थी। राज्य सरकारें भी पेट्रोल-डीजल के आधार मूल्य पर तथा केंद्र द्वारा लागू उत्पाद शुल्क पर वैट या कर लगाती हैं। दिल्ली में इस समय पेट्रोल की कीमत 103.97 रुपये प्रति लीटर है।
मोदी सरकार ने अपने राजस्व में कटौती करके देश और दिल्ली की जनता को तोहफा दिया है-प्रदेश अध्यक्ष श्री @adeshguptabjp pic.twitter.com/tX2V5zs1gD
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 6, 2021
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि अब भाजपा शासित राज्यों तथा आम आदमी पार्टी के शासन वाली दिल्ली के बीच पेट्रोल-डीजल के दाम में बड़ा अंतर है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार को अब बिना देरी के पेट्रोल और डीजल पर वैट में कमी की घोषणा करनी चाहिए।