Fitness Mantra, ये 6 एक्सरसाइज रोज़ करें, फिट रहेंगे

फिटनेस के लिए आपको बदलना पड़ेगा अपना रवैया। आज एक्सरसाइज कर ली, चलो कल नहीं करेंगे या जब मन करेगा तब करेंगे, तो एक्सरसाइज का परिणाम दिखेगा नहीं। फिटनेस को लाइफ का हिस्सा बनाएं। फिर देखें कि कैसे बाॅडी व माइंड में कैसे-कैसे बदलाव दिखते हैं।

नई दिल्ली। एक्सरसाइज से आपकी क्या-क्या उम्मीदें हैं? अधिकांश लोगों का जवाब होगा वेट लाॅस। आप काफी हद तक ठीक हैं, पर पूरी तरह से नहीं। सोचिए आप फिट रहेंगे तभी तो दिनभर एर्नेजटिक रहेंगे। इसके लिए आपको फिटनेस मंत्रा को अज़माना होगा। इस फिटनेस मंत्रा को आप रोज़ दिन में शामिल करें। फिर मनचाहे फिटनेस परिणाम आपको मिलेंगे। बीमारियां तो दूर होंगी, साथ ही वेटलाॅस भी होगा। अपने फिटनेस रिजीम में योग, कार्डियो एक्सरसाइज के अलावा योग की ये एक्सरसाइज नियमित करने से असर दिखाना नहीं पडेगा। असर खद-ब-खुद दिखेगा। तो देर किस बात की…रेडी स्टेडी एंड गो।

1 – दोनों पैरों को थोड़ा खोलकर सामने फैलाएं। दोनों हाथों को कंधों के समकक्ष सामने उठाकर रखें। फिर दाहिनें हाथ से बाएं पैर के अंगूठे को पकड़े एवं बाएं हाथ को पीछे की ओर ऊपर सीधा रखें, गर्दन को भी बाईं ओर घुमाते हुए पीछे की ओर देखने का प्रयास करें। इसी प्रकार दूसरी ओर से करें। इन दोनों अभ्यासों से कमर दर्द व पेट स्वस्थ होता है तथा कमर की बढ़ी हुई चर्बी दूर होती है, परन्तु जिनको अत्यधिक कमर दर्द है वे इस अभ्यास को न करें।

2 – दोनों हाथों से एक दूसरे हाथ की कलाई पकड़कर ऊपर उठाते हुए सिर के पीछे ले जाएं। श्वास अन्दर भरते हुए दाएं हाथ से बाएं हाथ को दाहिनी ओर सिर के पीछे से खीचें। गर्दन व सिर स्थिर रहे। फिर श्वास छोड़ते हुए हाथों को ऊपर ले जाएं। इसी प्रकार दूसरी ओर से इस क्रिया को करें।

3 – घुटने और हथेलियों के बल बैठ जाएं। जैसे बैल या बिल्ली खड़ी हो। अब पीठ को ऊपर खीचें और गर्दन झुकाते हुए पेट को देखने का प्रयास करें। फिर पेट व पीठ को नीचे खिंचे तथा गर्दन को ऊपर उठाकर आसमान में देंखे। यह प्रक्रिया 8-12 बार करें।

4 – सीधा खड़े हो जाएं और दोनों पैरों के बीच में गैप रखें। अब झुकें और बाएं हाथ से दाहिने पैर का अंगूठा छुएं और दाहिने हाथ से बाएं पैर का अंगूठा छुएं। कम से कम 10 से 15 बार इस कसरत को दोहराएं।

5 – दोनों पैरों के बीच में गैप रखकर सीधा खड़े हों और दोनों हाथों को जांघों पर रखें। अब कमर सीधी रखते हुए घुटने मोड़ें जिससे हाथ जांघ से बढ़कर घुटने को छुएं। कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहने के बाद सीधे खड़े हो जाएं।

6 – करवट लेकर सीधा लेटें, सिर के नीचे हाथों का सहारा दें और एक पैर के ऊपर दूसरा पैर आना चाहिए। ऊपर वाले पैर को उठाएं और कुछ समय तक इसी अवस्था में रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। एक-एक पैर से इसी क्रिया को 10 बार दोहराएं।

नोट – योग के लिए धैर्य और सहनशक्ति की जरूरत पड़ती है। करते ही असर नहीं दिखता। नियमित करें और असर आपके सामने होगा। आसनों को करने पर शुरआत में दर्द भी हो सकती है, लेकिन नियमित करने पर इसका असर आपको दिखने लगेगा। बेहतर परिणाम के लिए योगाचर्य से परामर्श लें। प्रेग्नेंसी, बुखार, मासिक धर्म और गंभीर रोगों में योगाभ्यास न करें।