Twitter क्या जान बूझकर ले रहा है सरकार से पंगा

हाल के दिनों में जिस प्रकार से भारत में ट्विटर को लेकर मामले सामने आ रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि वह सरकार से पंगा लेने के मूड में है। पहले कानून को मानने से मनाही और अब देश के नक्शे के साथ खिलवाड़, संकेत तो यही दे रहा है ? आखिर क्या होगा इसका परिणाम ?

नई दिल्ली। माइक्र्रो ब्लाॅगिंग साइट ट्विटर को लेकर भारत में आए दिन कुछ न कुछ होता ही। पहले नए आईटी कानून को मानने से इसने मना किया। उसके बाद इसके कार्यालय पर दिल्ली पुलिस की छापेमारी। कोर्ट में मामला। केंद्रीय कानून और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का का अकाउंट बंद करना। अब तो हद हो गई, जब ट्विटर ने देश की संप्रभुता से खिलवाड़ करने की कोशिश की। भारत के नक्शे के साथ छेड़छाड़ किया। इसके बाद लोग यही कह रहे हैं कि ट्विटर कहीं जानबूझकर तो ऐसा नहीं कर रहा है।

वैसे, सरकार के साथ ही विपक्षी दलों ने भी ट्विटर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जब यह मामला तूल पकड़ा तो ट्विटर ने तुरंत वह पोस्ट हटा लिया। अब सवाल उठता है कि इसके पीछे ट्विटर की क्या मंशा है ? विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ट्विटर इसी प्रकार करता रहा, तो देश से उसका बोरिया-बिस्तर बांधा भी जा सकता है। इससे उसे अरबों रुपये का नुकसान होगा।

बता दें कि नए आईटी नियमों को लेकर भारत सरकार के साथ जारी गतिरोध के बीच ट्विटर की वेबसाइट पर भारत का गलत नक्शा दिखाया गया था। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को देश से अलग दिखाया था। जैसे ही यह पोस्ट दिखा देशवासियों ने आवाज बुलंद की। इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गइज्र्ञ। इससे पहले उसने लेह को चीन का हिस्सा दिखाया था। जैसे ही आभास हुआ कि केंद्र सरकार एक्शन के मूड में आ रही है, ट्विटर ने वेबसाइट से विवादित नक्शे को हटा दिया है।

याद दिला दें कि इसी प्रकार की गलती पिछले साल अक्टूबर में भी ट्विटर ने की थी। उस समय उसका जियोटैगिंग फीचर केंद्र शासित क्षेत्र लद्दाख में शहीद सैनिकों के लिए बनाए गए युद्ध स्मारक लेह के हॉल ऑफ फेम से एक सीधे प्रसारण के दौरान जम्मू कश्मीर, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना दर्शा रहा था। उस समय भी देशवासी एकजुट हुए और ट्विटर को अपना पोस्ट हटाना पड़ा था।