अरुणाचल का बदला बंगाल में लेगी जदयू

पटना। बिहार में साथ-साथ और अलग अलग राज्यों में राजनीति अलग ही रंग दिखा रही है। हम बात कर रहे हैं एनडीए की। बिहार में भाजपा और जदयू साथ हैं, लेकिन अरूणाचल प्रदेश में जिस प्रकार से जदयू नेताओं को भाजपा ने अपने पाले में किया है, उसको लेकर जदयू नेताओं में अंदरखाने खलबली मच गई है। संगठन के स्तर पर इसको लेकर कई तरह की बातें हो रही है। जदयू से जुडे लोगों का कहना है कि हम पश्चिम बंगाल में जब चुनावी मैदान में ताल ठोंकेगे, तो देखिए कैसा रंग बनता है ?

दरअसल, जेडीयू बंगाल चुनाव में पहले 75 सीटों पर लडऩे की तैयारी कर रही है। हालांकि अरुणाचल प्रदेश में हुए घटनाक्रम के बाद पार्टी की रणनीति में बदलाव किया जा सकता है। वहीं पार्टी अब बीजेपी को बंगाल में नुकसान पहुंचाने के लिए बीजेपी के गढ़ में अपना उम्मीदवार उतार सकती है। अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम पर जेडीयू राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने बयान दिया है। त्यागी ने कहा, बीजेपी का यह मित्रवत व्यवहार नहीं है।

बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड के सात में से छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इससे पार्टी को राज्य में एक बड़ा झटका लगा है। अरुणाचल प्रदेश पंचायत और नगर निगम चुनाव के नतीजों की घोषणा और जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से एक दिन पहले यह खबर सामने आई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नीतीश कुमार की पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बैठक में बंगाल चुनाव को लेकर नये सिरे से रणनीत तैयार किया जाएगा। पार्टी अरुणाचल प्रदेश में जो बीजेपी ने किया है, उसका जवाब भी दूसरे राज्यों में देने की तैयारी कर रही है।