अहमदाबाद। गुजरात में नगर निगम चुनावों में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है, जबकि कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगता दिख रहा है। निकाय चुनाव अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के लिए खुशखबरी लेकर आया है। अभी तक के आए नतीजों में बीजेपी ने 294 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस के खाते में 37 सीटें गई हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी भी दहाई का आंकड़ा पार कर चुकी है।
राजकोट में बीजेपी ने 72 सीटों में से 68 पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि 4 सीटों पर कांग्रेस को सफलता मिली है. वहीं वडोदरा की सीटों में से 65 बीजेपी, जबकि कांग्रेस ने सात पर जीत दर्ज की है। जामनगर की 64 सीटों में से 51 पर बीजेपी और 10 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है। यहां 3 सीटें अन्य के खाते में गई हैं। भावनगर की 52 सीटों में से बीजेपी ने 44 और कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है।
सूरत में कांग्रेस अब तक खाता भी नहीं खोल सकी है। यहां की 120 सीटों में 93 पर बीजेपी को जीत मिली है, जबकि 27 सीटें आप के खाते में गई हैं। वहीं अहमदाबाद की 192 सीटों में से 146 सीटें बीजेपी जीती है और कांग्रेस को महज़ 13 सीटें ही मिल सकी हैं। यहां एआईएमआईए 7 सीटों पर आगे है।
छह नगर निगमों अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, भावनगर और जामनगर नगर निगम के 144 वार्डों की 576 सीट के लिए रविवार को मतदान हुआ था।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने नगर निगम चुनावों में पार्टी की जीत के बाद भाजपा में उनके विश्वास के लिए मतदाताओं को धन्यवाद दिया है। रुपाणी ने कहा कि हम मतदाताओं के विश्वास को साबित करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। उन्होंने कहा कि एंटी-इनकंबेंसी गुजरात में लागू नहीं होती है। सूरत शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बाबू रायका ने पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पद से इस्तीफा दे दिया जो जिले की किसी भी सीट पर जीत हासिल करने में विफल रही है।