भगवान श्री कृष्ण जन्मस्थान के मूल गर्भगृह की मूर्तियां को आगरा मस्जिद की सीढ़ियों से बाहर निकालने के लिए ASI को पत्र

 

नई दिल्ली। कथावाचक संत कौशल किशोर ठाकुर जी ने अपनी अधिवक्ता रीना.एन.सिंह, द्वारा भगवान श्री कृष्ण जन्मस्थान के मूल गर्भ गृह की प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति जो आगरा की मस्जीद की सीढ़ियों में दबी है , उस जगह का सर्वेक्षण कर प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों को बाहर निकालने की प्रार्थना की है भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग को पत्र लिख कर जीपीआर सर्वेक्षण/भूभौतिकीय सर्वेक्षण की मांग की है तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकार क्षेत्र में आगरा मस्जिद स्थल पर दबी हुई भगवान कृष्ण , राधा रानी जी एवं हिंदू देवी-देवताओं की अन्य मूर्तियो को आगरा मस्जिद की सीढ़ी के नीचे दबाया गया था , जिसे छोटी मस्जिद/जहांआरा बेगम मस्जिद आगरा के नाम से भी जाना जाता है। भगवान श्री कृष्ण का मंदिर कटरा केशव देव मथुरा में स्थित है, जिसे वर्तमान में शाही ईदगाह मथुरा के नाम से जाना जाता है।

 

कौशल किशोर ठाकुर ने अपनी अधिवक्ता रीना सिंह द्वारा पुरातत्व विभाग से मस्जिद के परिसर के भीतर मूर्तियों या किसी अन्य महत्वपूर्ण कलाकृतियों के अस्तित्व का पता लगाने और सत्यापित करने के लिए जीपीआर तकनीक का उपयोग करके एक गैर-आक्रामक भूमिगत सर्वेक्षण करने का अनुरोध किया है , जिसका उद्देश्य उचित स्थान पर प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों को पुनः स्थापित किया जा सके । इस सर्वेक्षण के नतीजे न केवल पूरे हिंदू समुदाय को भगवान कृष्ण के मूल गर्भ गृह की ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों को वापस पाने में मदद करेंगे, बल्कि उन कारणों पर भी प्रकाश डालेंगे जिनके कारण हिंदू देवता की प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों को मस्जिद की सीढ़ियों मे दबाया गया था।