लोगों की है चिंता, कम नहीं हो रहे हैं पेट्रोल और डीज़ल

देशवासियों को लगातार महंगाई का झटका दिया जा रहा है, अच्छे दिन की कीमत आम लोगों को ही चुकानी पड़ रही है। इस सरकार की जवाबदेही सिर्फ मित्रों तक ही है।

नई दिल्ली। एक ओर कोरोना की मार और दूसरी ओर पेट्रोल और डीज़ल की आसमान छूती महंगाई। इससे लोगों को फिलहाल छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। देश के पेट्रोलिय मंत्री तक बदल गए, लेकिन महंगाई नहीं रूकी। लोगों का कहना है कि आखिर सरकार कहां तक जाकर मानेगी ? जनता की संकट का उसे ख्याल नहीं है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें आज क्रमशः 100.91 रुपये प्रति लीटर और 89.88 रुपये प्रति लीटर हैं। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें प्रति लीटर – 106.93 रुपये और 97.46 रुपये; भोपाल में 109.24 रुपये और 98.67 रुपये; कोलकाता में क्रमशः 101.01 रुपये और 92.97 रुपये हैं। दूसरे महानगरों और देश के बड़े शहरों में इसका आंकड़ा सौ के करीब है।

पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें बढ़न से रोजमर्रा की चीजें भी महंगी हो गई। सब्जी, फल सबसे दाम बढ़ गए है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी राजनीतिक दल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जनता सड़कों पर निकल रही है, बावजूद इसके पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ती कीमतें नहीं रूक रहीं हैं।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सेनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला लगातार सरकार की नीतियों पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। महंगाई को लेकर केंद्र सरकार को जिम्मेदार मानते हैं। प्रधानमंत्री से इस मसले में हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं। बावजूद महंगाई रूकने का नाम नहीं ले रही है।