अमृतसर। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अंदरूनी कलह से परेशान है। इसको लेकर ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी और सीएम की कुर्सी से इस्तीफा दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई को कांग्रेस का टिकट न मिलना और उनका निर्दलीय चुनाव लड़ना भी इसी ओर संकेत करता है। अब अपनी नई पार्टी बनाकर चुनावी मैदान में ताल ठोंकने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस को लेकर नया बयान दिया है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि सभी जानते हैं कि चन्नी की लड़ाई सिद्धू के साथ है, तो वे लड़ते रहें। किसी को घबराहट होती है तभी वो और किसी सीट से लड़ता है। पंजाब को सुरक्षित सरकार की ज़रुरत है। मुख्यमंत्री चेहरे पर अभी फैसला नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा है कि सिद्धू की पॉज़िशन कमज़ोर हो गई है जो पहले थी वो नहीं रही है। मंत्री बनना और मुख्यमंत्री बनना दोनों अलग है…एक मंत्रालय चलाना अलग है और सरकार चलाना अलग, चन्नी की एक लीमिट है और वो उस लीमिट तक पहुंच चुका है, वे उससे ज़्यादा नहीं जा सकता।
दूसरी ओर पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों का नामांकन भरना और चुनाव प्रचार करना शुरू है। सोमवार को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने जलालाबाद से अपना नामांकन दाखिल किया।
Punjab Assembly Election 2022 : कैप्टन ने बेलौस अंदाज में कहा, सिद्धू की लड़ाई तो चन्नी से है
पंजाब में चुनावी पारा चढ़ चुका है। कांग्रेस पर हर कोई हमलवार हो रहा है। मुख्यमंत्री चन्नी के दो जगह से चुनाव लड़ने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप नेता अरविंद केजरीवाल ने कटाक्ष किया तो अब पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि चन्नी की असली लड़ाई तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से ही है।