नागपुर। विजयादशमी के अवसर पर पर नागपुर में RSS मुख्यालय में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने “शस्त्र पूजन” किया। RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और माधव सदाशिव गोलवलकर की समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की। आरएसएस के सरसंघचालक ने कहा कि हमारी संस्कृति किसी को भी पराया नहीं मानती है। उसके उदय से पूरी दुनिया में समानता आएगी। हिंदुत्व का उदय होगा तो उन लोगों की दुकान बंद हो जाएगी, जो लोग कलह का ही कारोबार करते हैं। उन्होंने कहा कि हमने देश चलाने के लिए संघीय ढांचा बनाया है, लेकिन लोग फेडरल नहीं है। देश के सभी लोग एक ही हैं। हमें इसके लिए प्रयास करने की जरूरत है कि इस तरह के मतभेदों को समाप्त किया जा सके।
अपने संबोधन में सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि मंदिरों की ज़मीन बेची गई। मंदिरों की संपत्ति हड़पी जाती है। जिन लोगों को हिंदू देवी देवताओं पर श्रद्धा नहीं है, उनके लिए हिंदू मंदिरों की संपत्ति का इस्तेमाल किया जाता है। हिंदुओं को भी आवश्यकता है, वह संपत्ति उनपर नहीं लगाई जाती है। सीमा पार से अवैध घुसपैठ पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जाए। राष्ट्रीय नागरिक पत्रिका का निर्माण कर इन घुसपैठियों को नागरिकता के अधिकारों से वंचित किया जाए।
#WATCH | "…We know Taliban's history…China and Pakistan support it to this day…Even if the Taliban changed, Pakistan didn't… Has China's intentions towards India changed.?… Our border security needs to be strengthened…," says RSS chief Mohan Bhagwat pic.twitter.com/zkRSlMF99L
— ANI (@ANI) October 15, 2021
विजयदशमी के मौके पर संघ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा, ‘हम लोगों के मन से आज भी देश के विभाजन की टीस खत्म नहीं हुई है। उस दुखद इतिहास के बारे में हमें जानना होगा। जिसके चलते देश का विभाजन हुआ है, उसे दोहराया नहीं जाना चाहिए। इसलिए हमें पुराने इतिहास को जानना चाहिए ताकि खोये हुए लोगों को वापस गले लगा सकें। लेकिन ऐसी अखंडता की पहली शर्त रहती है कि भेद रहित और समता निहित समाज। इन्हीं कमियों के चलते कुछ बर्बर विदेशी आए और हमें पदाक्रांत करके चले गए। यह हमारी कमी से ही हुआ है।’