नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में स्कूल खोलने के निर्णय का अभिभावक स्वागत कर रहे हैं। कइयों का कहना है कि इससे बच्चों को लाभ मिलेगा। बीते डेढ़ साल से बच्चे घर में रहकर परेशान हो गए हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार ने स्कूलों, कोचिंगों को खोलने का आदेश देकर अच्छा काम किया है।
असल में, बीते कुछ दिनों से राजधानी दिल्ली में कोरोना के दैनिक मामले बेहद कम आ रहे हैं। उसके बाद दिल्ली आपदा समिति की ओर से रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंपी गई। उस रिपोर्ट की अनुशंसाओं के आधार पर दिल्ली सरकार ने पहली सितंबर से स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में #COVID19 के 46 नए मामले सामने आए और 62 लोग डिस्चार्ज हुए। 24 घंटे में किसी की मृत्यु दर्ज़ नहीं की गई।
इस संदर्भ में एक स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि उन्हीं बच्चों को स्कूल में आने की अनुमती दी जाएगी जिनके पास अपने माता-पिता से सहमति पत्र होगा… हमारे शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाने में कोई दिक़्क़त नहीं आ रही है लेकिन हो सकता है कि ऑनलाइन और ऑफ़लाइन के जरिए साथ में पढ़ाने में कुछ दिक़्क़त आए।
बता दें कि राज्य सरकार ने 1 सितंबर से दिल्ली में 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। शुक्रवार दोपहर बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूलों-कोचिंगों को खोलने का आदेश दिया है।
It has been decided to reopen schools, colleges, coaching centers in Delhi, in a phased manner.
From 1st Sept, classes for 9-12 in all schools, all coaching classes as well as all colleges will be permitted to resume.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 27, 2021
दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आर.सी. जैन ने बताया, इस फ़ैसले का हम स्वागत करते हैं। बच्चों ने डेढ़ साल में बहुत कुछ गंवाया है। हम अभिभावकों को विश्वास दिलाते हैं कि बच्चे स्कूलों में सुरक्षित रहेंगे। हर रोज़ स्कूलों में कोविड दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा। हमारे स्कूलों के सारे स्टाफ का टीकाकरण हो चुका होगा।