देहरादून। कोरोना (COVID19) काल में उत्तराखंड सरकार ने एक बड़़ा निर्णय लिया है। संक्रमण को कम करने की मंशा से राज्य सरकार ने सावन के पवित्र माह में अपने शासकीय क्षेत्र में कांवड यात्रा (Kanwar Yatra) पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया है। हरिद्वार (Haridwar) से गंगाजल भरकर कांवड लेकर कहीं नहीं जाएंगे। कई लोग इस निर्णय का स्वागत कर रहे हैं।
रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami)ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद इसका निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 30 जून की कैबिनेट बैठक में फ़ैसला किया गया था कि इस साल कांवड़ यात्रा नहीं होगी। फिर भी हम सोच रहे हैं कि अगर कोई गुंजाइश है तो उस संदर्भ में हम उच्चस्तरीय मीटिंग करेंगे। लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं उनके चालान किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में प्रवेश के लिए RT-PCR रिर्पोट ज़रूरी है अन्यथा राज्य में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अगले साढे तीन महीनों में हम पूर्ण वैक्सीनेशन करना चाहते हैं।
बता दें कि सावन महीने में हरिद्वार (Haridwar) में पवित्र गंगा (Ganga) नदी से करोड़ो लोग गंगाजल भरते हैं। पैदल अपने इलाके के शिवालय की ओर आते हैं। कांवड लेकर चलते हैं। इस दौरान हरिद्वार और दिल्ली के बीच सड़क मार्ग बंद कर दिया जाता था। जगह जगह कांवड़ियों के सेवा के लिए शिविर लगते रहे हैं। ये सब इस वर्ष नहीं करने का निर्णय लिया गया है।