तेजिंदर बग्गा को लेकर ये कही केंद्रीय मंत्री ने बात

नई दिल्ली। भाजपा के युवा नेता तेजिंदर बग्गा की पंजाब पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी का मसला अभी तक सियासी गलियारों में उफान पर है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि किसी भी सिख युवा को पगड़ी भी न पहनने देना, आम नागरिक को चप्पल भी न पहनने देना और घसीटते हुए लेकर जाना दिखाता है कि पुलिस की मानसिकता क्या थी। ये पुलिस से ज्यादा पंजाब में सत्ताधारी दल की मानसिकता है जो उनकी अराजकता को दर्शाती है। जो पंजाब पुलिस ने किया वो दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी दूसरे राज्य में जाकर क़ानून की धज्जियां उड़ाना। क़ानून को बनाए रखने के लिए पुलिस को रखा जाता है न की किसी के बुजुर्ग पिता को प्रताड़ित करने के लिए।

गौर करने योग्य यह भी है कि शनिवार को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई हुई। हालांकि आज सिर्फ हरियाणा और दिल्ली पुलिस की ओर से जवाब ही दाखिल किए गए और इसके बाद सुनवाई 10 मई तक के लिए टाल दी गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पंजाब सरकार की ओर से वकील पुनीत बाली ने बताया कि दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने अदालत में जवाब दाखिल किया है। अपने जवाब में उन्होंने कहा है कि पंजाब पुलिस के जवानों को हिरासत में नहीं लिया गया। हरियाणा पुलिस का कहना है कि उन्होंने बग्गा की हिरासत दिल्ली पुलिस को सौंपी, वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्हें पंजाब पुलिस से बग्गा को अपनी क्सटडी में लिया। दोनों के जवाब ही मेल नहीं खाते हैं। हम उनके जवाबों में विरोधाभास पर भी अदालत में जवाब दाखिल करेंगे। हम कानून के तहत जो भी जरूरी होगा, वो करेंगे।