Yellow Alert in Delhi : बढ़ते कोरोना को लेकर सीएम केजरीवाल ने कहा, सरकार है पूरी तरह से तैयार घबराएं नहीं जनता

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की इस लहर का असर बेहद माइल्ड है। फिर भी ‘आप’ की सरकार पूरी तरह से तैयार है। वर्तमान में दिल्ली में 6300 एक्टिव केस हैं और केवल 82 बेड भरे हैं, जबकि 27 मार्च 2021 को 6600 एक्टिव केस थे और तब 1150 बेड भरे थे। आज केवल 5 मरीज वेंटिलेटर पर हैं, जबकि एक अप्रैल 2021 को जब एक दिन में 2700 केस आए थे, तब 231 मरीज वेंटिलेटर पर थे।

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण की गति बेहद तेज है। हाल के दिनों में लगातार संख्या में इजाफा हो रहा है। इसके बीच रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से अपील की है कि किसी तरह का पैनिक नहीं करें। घर में रहें, सुरक्षित रहें। दिल्ली सरकार पूरी तैयारी कर रही है। जनता को घबराने की जरूरत नहीं है।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 29 दिसंबर को अस्पताल में एडमिट मरीजों की तुलना में एक जनवरी को अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या थोड़ी कम ही हो गई है। इसका मतलब है कि जो-जो लोग कोरोना से बीमार हो रहे हैं, उन लोगों में लगभग किसी को भी अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। सब मामलों में हल्का बुखार व खांसी है। दिल्ली में कोरोना के बिल्कुल माइल्ड केसेज हैं या एसिम्प्टोमैटिक हैं। 29 दिसंबर को पूरी दिल्ली में 2 हजार एक्टिव केस थे। उस वक्त 262 बेड मरीजों से भरे हुए थे और एक जनवरी को 6360 केस थे, जो तीन गुना हो गए थे और अस्पताल में 247 बेड भरे हुए थे। आज की तारीख में अस्पताल में ऑक्सीजन के 82 बेड कोरोना मरीजों से भरे हुए हैं और कई दिनों से इसी के आसपास चल रहे हैं। इस तरह, कोई भी मरीज अस्पताल में ऐसा नहीं आ रहा है, जिसको ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही हो। आज हजारी दिल्ली में 37 हजार बेड की तैयारी है। दिल्ली सरकार 37 हजार कोरोना ऑक्सीजन बेड की तैयारी करके बैठी है कि अगर जरूरत पड़ेगी, तो हमारे पास 37 हजार बेड तैयार हैं और केवल 82 बेड इस समय भरे हुए हैं, जबकि दिल्ली में 6 हजार से ज्यादा कोरोना के मरीज हैं। मौजूदा समय में दिल्ली के अस्पतालों में 0.22 फीसद बेड भरे हुए हैं और 99.78 फीसद बेड खाली हैं।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त जो कोरोना है, वह बहुत ही माइल्ड और एसिम्प्टोमैटिक है। कल दिल्ली में करीब 2700 केस आए थे, जबकि एक अप्रैल 2021 को 2700 केस एक दिन में आए थे, उस समय ऑक्सीजन के 1700 बेड भरे हुए थे। आज केवल 82 बेड भरे हुए हैं। उस समय 231 मरीज वेंटिलेटर पर थे, जबकि आज केवल 5 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। यह सारी चीजें मैंने आज इसलिए बताई कि घबराने और चिंता करने की जरा भी जरूरत नहीं हैं। मीडिया से भी मेरा निवेदन है कि बिल्कुल भी हम पैनिक न फैलाएं और लोगों को बिल्कुल भी चिंतित न करें। हमें जिम्मेदार रहना है, मास्क पहनना है, सोशल डिस्टेंसिंग करनी है, साबून से हाथ धोना है। एक तो यह कोरोना बहुत ही माइल्ड है और दूसरा आपकी सरकार पूरी तरह से तैयार है और आपके साथ खड़ी है।