आज शिंदे को सामना करना है शक्ति परीक्षण का, शरद पवार ने ये क्या कह दिया

मुंबई। आज राज्य की राजनीति का बेहद खास दिन है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सदन के पटल पर शक्ति परीक्षण करना है। राज्यपाल को यह भरोसा दिलाना है कि विधानसभा के अंदर उन्हें पूरा समर्थन प्राप्त है। इसके लिए मुख्यमंत्री के साथ मिलकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लगातार सियासी जोड-तोड़ में लगे हुए हैं।

महाराष्ट्र उप सचिव के पत्र में लिखा है कि अध्यक्ष के निर्देश पर विधानसभा सचिवालय ने सूचित किया कि एकनाथ शिंदे शिवसेना विधायक दल के नेता होंगे और भरत गोगावले व्हीप प्रमुख होंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने अजय चौधरी की विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्ति को खारिज कर दिया।

दूसरी ओर राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि प्रदेश में मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं क्योंकि प्रदेश की एकनाथ शिंदे सरकार छह महीने में गिर सकती है।शरद पवार के साथ बैठकमें शामिल एनसीपी के नेता ने बतायाकि बैठक में शरद पवार ने कहा कई बागी विधायक जो एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे हैं वो नई सरकार से खुश नहीं हैं। एकबार जब मंत्रिमंडल का बंटवारा होगा तो उनका विद्रोह सामने आएगा, जोकि अंतत: इस सरकार को गिराने का काम करेंगे। यही नहीं शरद पवार ने कहा कि नई सरकार के गठन का प्रयोग विफल होने के बाद कई बागी विधायक वापस अपनी वास्तविक पार्टी में लौट जाएंगे। अगर हमारे हाथ में सिर्फ 6 महीने हैं तो हमे तैयार रहने की जरूरत है, अधिकतक विधायकों को अपनी विधानसभा में समय बिताना चाहिए।