नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रचंड में ऐतिहासिक विजय हासिल की है । 37 साल बाद ही राज्य में ऐसा संभव हो पाया है कि एक ही दल की दोबारा सरकार बनेगी और वही मुख्यमंत्री बनेंगी। यह कमाल किया है योगी आदित्यनाथ ने। अब सवाल है कि कौन होगा उत्तर प्रदेश के नए मंत्रिमंडल में शामिल ? यह सवाल हर लोगों के जेहन में है। इसका जवाब अभी किसी को नहीं पता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ दिल्ली में मिलेंगे। बैठक में नामों पर चर्चा लगेगी और उसके बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि कई पुराने चेहरों के साथ कुछ नए लोगों को भी मौका दिया जाएगा।
पुराने मंत्रियों की बात करें तो श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, जितिन प्रसाद, नंद गोपाल नंदी, बृजेश पाठक, भूपेंद्र चौधरी, सतीश महाना के अलावा केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा, मोहसिन रजा को फिर से बड़ी जिम्मेदारी दी सकती है। वहीं नए चेहरों में असीम अरुण, अपर्णा यादव, नितिन अग्रवाल, राजेश त्रिपाठी, शलभ मणि त्रिपाठी, केतकी सिंह, राजेश्वर सिंह, दयाशंकर सिंह, वाचस्पति, राम विलास चौहान पर भी विचार किया जा सकता है।
बीजेपी और आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों की सहमति से मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों पर मुहर लगेगी। इसी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और आगरा ग्रामीण से विधायक बेबीरानी मौर्य को शामिल किया जा सकता है। वहीं इसके अलावा कन्नौज से विधायक और पूर्व एडीजी असीम अरुण, प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व संयुक्त निदेशक और लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से विधायक राजेश्वर सिंह को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
UP News : योगी के नए मंत्रिमंडल पर है सबकी नजर
37 साल बाद यूपी में एक ही दल की लगातार दोबारा सरकार बन रही है। मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कौन कौन शपथ लेंगे, इसको लेकर सियासत गर्म हो चल ही है। संघ और भाजपा के नेता इस पर मंथन कर रहे हैं। उसके बाद नामों की सूची सार्वजनिक की जाएगी।