Amarnath Yatra 2021 : कोरोना की भेंट चढा अमरनाथ यात्रा, श्रद्धालुओं में मायूसी

प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा रद्द की गई है। कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इस बार अमरनाथ श्राइन बोर्ड ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था कर रहा है। घर में रहिए और सावन में महादेव की पूजा करिए।

श्रीनगर। कोरोना महामारी के कारण इस साल प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2021) नहीं आयोजित की जाएगी। लाखों लोग प्राकृतिक शिवलिंग का वहां जाकर दर्शन नहीं कर पाएंगे। हर साल सावन में लाखों श्रद्धालु पवित्र अमरनाथ गुफा की यात्रा करते थे। अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से भक्तों के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। बोर्ड की ओर से यह भी कहा गया है कि हर साल की तरह सभी पारंपरिक रस्में पहले की तरह पूरी की जाएंगी। रोज दोनों आरती के लाइव दर्शन की व्यवस्था की जाएगी।

हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल आषाढ़ पूर्णिमा से शुरू होने वाली यह यात्रा (Amarnath Yatra 2021 )श्रावण पूर्णिमा तक चलती है। मान्यता है कि श्रावण पूर्णिमा के दिन ही भोले शंकर इस गुफा में आए थे। पुराणों के मुताबिक भगवान शिव माता पार्वती को अमरत्व की कहानी सुनाने के लिए वीरान इलाके में मौजूद इसी गुफा में लेकर आए थे। 12वीं सदी में लिखी गई कल्हण की राजतरंगिणी से लेकर नीलमत पुराण तक में अमरनाथ गुफा का जिक्र मिलता है।

देश के कई राज्यों की तरह जम्मू-कश्मीर में भी कोरोना संक्रमण है। कोविड गाइडलाइन को देखते हुए प्रशासन की ओर से यह निर्णय लिया गया कि इस बार अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2021 ) को स्थगित कर दिया जाए। सबकुछ बेहतर रहा तो अगले साल यह यात्रा दोबारा शुरू होगी।

28 जून से यह यात्रा (Amarnath Yatra 2021 ) शुरू होनी थी, यात्रा रद्द होने से बाबा के हजारों भक्तों को मायूसी हाथ लगेगी। लगातार दूसरा साल है जब अमरनाथ यात्रा रद्द की गई है। इन दिनों कोविड की रफ्तार कुछ धीमी जरूर हुई है, मगर तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता है।

लोगों का कहना है कि इस साल सावन में अमरनाथ गुफा का दर्शन नहीं करने का दुख तो है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जान है तो जहान है का नारा दिया है। समय की मांग वही है। इसलिए हम लोग अपने घरों में ही सावन में विशेष पूजा अर्चना करेंगे।