पटना। हाल ही में प्रधानमंत्री ने रक्षा क्षेत्र में दस लाख रिक्त पदों को भरने के लिए एक अभियान शुरू किया है। इस अभियान को अग्निपथ नाम दिया गया है। राजनीतिक रूप से भले ही भाजपा के लोग इसका स्वागत कर रहे हों, लेकिन बिहार में इसका विरोध किया जा रहा है। जहानाबाद में कई युवाओं ने सशस्त्र बलों के लिए हाल ही में घोषित हुए Agnipath Recruitment Scheme को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
जहानाबाद में प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि हम कड़ी मेहनत करने के बाद सेना में भर्ती होते हैं। PM निर्णय ले रहे हैं कि 4 साल की नौकरी होगी। किस हिसाब से 4 साल की नौकरी होगी क्योंकि 8 महीने की ट्रेनिंग और 6 महीने की छुट्टी होगी तो लगभग 3 साल में हम देश की क्या रक्षा करेंगे। यह निर्णय वापस लेना होगा।
दूसरी ओर, भारतीय जनता युवा मोर्चा ने सरकारी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा के बाद 10 लाख रिक्त पदों को भरने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। इस कदम से बड़ी संख्या में शिक्षित युवाओं को फायदा होगा। साथ ही प्रभावी शासन देने के लिए राज्य की क्षमता में वृद्धि होगी। इसके साथ ही भाजयुमो की मांग है कि सभी विपक्षी शासित राज्य पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त तरीके से सभी लंबित रिक्तियों को जल्द से जल्द भरें और इसके लिए एक स्पष्ट समय सीमा दें। भाजयुमो ने केंद्र सरकार को ‘अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना’ के लिए भी बधाई दी । जिसके तहत इस वर्ष 46,000 अग्निशामकों की भर्ती की जाएगी। यह समाज से युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करके युवाओं को अवसर प्रदान करेगा जो समकालीन तकनीकी प्रवृत्तियों के अनुरूप हैं और समाज में कुशल, अनुशासित और प्रेरित जनशक्ति को हौंसला देगा। प्रशिक्षण और सेवा प्राप्त करने वाले प्रत्येक अग्निवीर को कौशल का एक प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा जो उनकी मान्यता को बढ़ाएगा। यह युवाओं को सशस्त्र बलों और देश में योगदान करने का एक और अवसर प्रदान करेगा।
बता दें कि ‘अग्निपथ योजना’, युवाओं को 4 साल के कार्यकाल के लिए सशस्त्र बलों में शामिल होने में सक्षम बनाएगी। इस सेवा के बाद सर्वश्रेष्ठ पेशेवरों में से 25 प्रतिशत को स्थायी रूप में फिर से शामिल किया जाएगा। ‘अग्निवर’ एक अलग रैंक बनाएंगे और उनकी वर्दी पर एक अलग प्रतीक चिन्ह होगा।“