China : अब जनसंख्या वृद्धि के लिए क्या कर रहा है चीन ?

कोरोना काल में चीन को अपनी जनसंख्या वृद्धि करने की जरूरत क्यों पडी ? क्या कोरोना से वहां की आबादी बेहद कम हो गई है ? सरकार क्या छूट देने का मन बना रही है ? चीन के इस निर्णय का देश और विदेश में क्या असर होगा ? टीनएबी की स्पेशल स्टोरी

बीजिंग। विश्व की सबसे बडी जनसंख्या वाले देश चीन को अब अपनी जनसंख्या वृद्धि करने की जरूरत दिख रही है। इसे कोरोना संक्रमण से भी जोडकर देखा जा रहा है। भले ही चीन की अंदरूनी खबरें जल्दी दूसरे देशों के सामने नहीं आ पाती हैं, मगर उसके खबरों का विश्लेषण किया जाता है। ऐसे में चीन सरकार के इस पहल को भी लेकर सवाल उठ रहे हैं।

प्राप्त जानकारी अनुसार, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को अब अपने देश की उम्रदराज होती आबादी को लेकर चिंता होने लगी है। सरकार बच्चों के जन्म पर लागू सीमा में और ढील देने पर विचार कर रही है। कहा जा रहा है कि चीन सरकार लोगों को दो के बजाए तीन बच्चों को जन्म देने की अनुमति देने वाली है। चीन की सरकारी एजेंसी की ओर से यह सूचना आ रही है।

शिन्हुआ समाचार एजेंसी की ओर से बताया गया कि सत्तारूढ़ दल के पोलित ब्यूरो की सोमवार को हुई बैठक में यह तय किया गया है। इस बैठक में नेताओं ने इस पर सहमति जताई कि चीन बुजुर्ग होती आबादी से सक्रिय रूप से निबटने के लिए प्रमुख नीतियां और उपाय लाएगा। एक रिपोर्ट में कहा गया कि पार्टी के नेताओं ने कहा कि जन्म देने की आयु सीमा में ढील देनेए जिसके तहत दंपती तीन बच्चों को भी जन्म दे सकते हैं तथा इससे जुड़े अन्य कदम उठाने से चीन के आबादी संबंधी ढांचे को बेहतर बनाया जा सकता है।

इससे पहले सामने आए जनसंख्या संबंधी आंकड़ों से पता चला था कि बीते एक दशक में चीन में कामकाजी आयुवर्ग की आबादी में कमी आई है और 65 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों की संख्या बढ़ी है जिसका असर समाज और अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। बता दें कि दंपतियों के एक ही बच्चा पैदा करने की अनुमति संबंधी नियमों में 2015 में ढील दी गई थी और दो बच्चों को जन्म देने की इजाजत दी गई थी। इसके एक वर्ष बाद बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हुई लेकिन बाद में इसमें कमी देखी गई।