नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि यह चौंकाने वाला है कि सीएम अरविंद ने उपराज्यपाल को लिखे पत्र को लीक कर दिया ताकि एलजी पर प्रतिबंधों में ढील नहीं देने के दोषारोपण किया जा सके । कांग्रेस पार्टी द्वारा ओड ईवेन प्रतिबंध और सप्ताह के अंत में कर्फ्यू प्रतिबंधों में ढील देने की मांग की गई थी ताकि सभी व्यावसायिक गतिविधियों को फिर से शुरू किया जा सके।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस लगातार कोविड के मामलों के बढ़ने से बहुत पहले से मांग कर रही है कि अरविंद सरकार प्रतिबंध और सप्ताह अंत में कर्फ्यू की घोषणा करने से पहले कुछ राहत पैकेज की घोषणा करे । उन्होंने कहा कि ओड ईवेन प्रतिबंध और सप्ताह अंत में कर्फ्यू ने दुकानदारों, व्यापारियों और श्रमिकों को आर्थिक तौर पर बर्बाद कर दिया है।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि उदारीकृत शराब नीति को जल्दी से लागू करने में सीएम अरविंद और एलजी एक हो जाते है , लेकिन व्यापारिक समुदाय को राहत देने में नही एक होते । उन्होंने कहा कि सीएम अरविंद को उपराज्यपाल से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहिए था और कोविड मामलों में वृद्धि के कारण दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सुझाए गए प्रतिबंधों में ढील देने की आवश्यकता पर चर्चा करनी चाहिए थी। चौ. अनिल कुमार ने कहा कि जब अरविंद सरकार दावा कर रहे है की कोविड -19 महामारी के मामलों में गिरावट हो गयी है तो कोविड प्रतिबंधों और सप्ताहांत कर्फ्यू में ढील दी जानी चाहिए।
चो अनिल कुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में राजनीतिक प्रचार के लिए जाने की अपनी जल्दी में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद कोविड -19 के परीक्षण कम करवा रहे है ताकि यह स्थापित किया जा सके कि कोविड के मामले दिल्ली में गिर रहे हैं, हालांकि कोविड संक्रमण हैं वृद्धि पर, कोविड की मौतों की संख्या खतरनाक रूप से ज़्यादा बनी हुई है।
चो अनिल कुमार ने कहा कि होसपीटलो में ताजा कोविड मामलों अधिक संख्या में आ रहे है, जिससे आईसीयू, वेंटिलेटर और मेडिकल ऑक्सीजन बेड की माँग भी बढ़ रहे हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल जानबूझकर कोरोना महामारी की स्थिति को कम करके दिखा रहे हैं ताकि लोगों को किसी भी तरह की आर्थिक राहत और मुफ्त राशन देने बचा जा सके।