लेफ्टिनेंट कमांडर (सेवानिवृत्त) विजय नायर ने सुनाए कारगिल विजय की गाथा

नई दिल्ली। देश के जवानों ने अपने प्राणों की परवाह नहीं की और सबकुछ न्योछावर कर दिया। उसके बाद ही देश में अमन चैन आता है। दुश्मन देश के मंसूबे फेल हो जाते हैं। भारत युवाओं का देश है। युवाओं ने अपनी मेहनत और कर्मठता से कई लक्ष्य हासिल किए गए हैं। कारगिल में जिस प्रकार से भारतीय सेना के अमर जवानों ने अपने शौर्य और साहस का परिच दिया, वह अविस्मरणीय है।

ये सब बातें कारगिल विजय दिवस पर आयोजित बेविनार में वक्ताओं ने व्यक्त किए। जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज, नेशनल कैडेट कोर (5डीजीबीएन) की प्राध्यानाचार्य स्वाति पाल और सीटीओ डॉ. देबाहुति ब्रह्मचारी (सहायक प्राध्यापक, राजनीति विज्ञान विभाग) के मार्गदर्शन में कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई 2021) के उपलक्ष्य में वर्चुअल सत्र का आयोजन किया गया। .सत्र के विशेष अतिथि लेफ्टिनेंट कमांडर (सेवानिवृत्त) बिजय नायर थे, जो भारतीय नौसेना की ओर से (1999 के कारगिल युद्ध के दौरान) ऑपरेशन तलवार का हिस्सा थे। वह ऑपरेशन विजय स्टार और विजय पदक विजेता हैं। उन्होंने अपने जीवन संघर्षों और कारगिल युद्ध के अनुभवों के माध्यम से कैडेटों का मार्गदर्शन किया।

इस आयोजन में पूरे दिल्ली निदेशालय से 100 से अधिक कैडेट शामिल हुए। जेडीएमसी एनसीसी ने 24 जुलाई 21 को गाथा शहीद के विषय पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की। इस प्रतियोगिता में लगभग 250-260 कैडेटों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। सत्र में विजेताओं की घोषणा की गई, जिसमें लक्ष्मीबाई कॉलेज ने पहला स्थान हासिल किया। जेडीएमसी एनसीसी के कैडेटों ने भी महान शहीदों की विशेषता के रूप में देशभक्ति गीत और नृत्य का प्रदर्शन किया। एनसीसी कैडेटों के बीच इस वर्चुअल समारोह में जोश का माहौल भर गया।