नई दिल्ली। पंजाब में कांग्रेस की ओर से अभी भले ही चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया गया है, लेकिन पार्टी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू के चेहरे पर दांव खेलेगी। इस आशय की जानकारी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत की ओर से दी गई है। वर्तमान में पार्टी ने दलित चेहरा को आगे करके राज्य में वोट बैंक साधने की कोशिश की है।
कयासों पर विराम लगाते हुए कांग्रेस आला कमान ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपने का फैसला लिया। बता दें चरणजीत सिंह चन्नी तीसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। चरणजीत सिंह चन्नी प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। चन्नी सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, शपथ ग्रहण का कार्यक्रम चंडीगढ़ में होगा। हरीष रावत ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है कि प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री होंगे। एक उपमुख्यमंत्री जाट सिख समुदाय से जबकि दूसरे उपमुख्यमंत्री हिंदू समुदाय से होंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आज चंडीगढ़ में होने वाले पंजाब के मनोनीत मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की उम्मीद है।
दरअसल, कांग्रेस नेतृत्व के लिए वर्तमान में कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को साथ लेकर चलने की मजबूरी है। चुनाव से कुछ महीना पहले वो किसी भी गुट को नाराज नहीं करना चाहती है। इसलिए शह और मात के सियासी खेल में सबको साथ लेने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस के रणनीतिकार हरीश रावत समय-समय पर कूटनीतिक बयान जारी करते हैं। उनके हालिया बयान को लेकर भी इसी तरह की बातें हो रही हैं।