Business News : किसानों को जागरूक कर रहा है एसबीआई जनरल इंश्योरेंस

एसबीआई जनरल ने हर राज्य में उनकी फसलों का बीमा कराने के लिए किसानों को बीमा कवर प्रदान करना शुरू कर दिया है। इसके तहत विभिन्न राज्यों की जलवायु संबंधी हालात के आधार पर ऐडऑन कवर्स भी प्रदान किए जाते हैं। कर्नाटक में आम, अनार, मिर्च, पपीता, अदरक, खट्टे नींबू और हिमाचल प्रदेश में आम के पेड़ों को ओलावृष्टि से बचाव के लिए कवर प्रदान किया गया है।

नई दिल्ली। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी ने राजस्थान, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और असम के 29 जिलों में रबी फसलों का बीमा कराया है, जबकि इन राज्यों के 39 जिलों में खरीफ फसलों की बीमा कराया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) और रिस्ट्रक्चर्ड वेदर बेस्ड क्रॉप इंश्योरेंस स्कीम (आरडब्ल्यूबीसीआईएस) के तहत इन फसलों का बीमा कराया गया है।

एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ श्री पी. सी. कांडपाल ने कहा, “कृषि भारत का प्रमुख व्यवसाय है। हमें खुशी हैं कि हमें देश भर के किसान समुदायों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में शिक्षित करने का अवसर मिला। हमने किसानों को यह बीमा उपलब्ध कराया है। रबी फसलों के मौसम से पहले हम किसानों से नई तकनीक और आधुनिक कृषि प्रणाली को अपनाने का आग्रह करते हैं और हमने उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित किया है। हम फसल बीमा योजना का महत्व और फसलों को सुरक्षित रखने की अहमियत समझाने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचना चाहते हैं। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस में हमें अपने कृषक समुदाय पर गर्व है और हमारा उद्देश्य प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का विस्तार करना और इसमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसानों को शामिल कर उनकी मदद करना है।”

कंपनी ने किसानों को जमीनी स्तर पर जागरूक और शिक्षित करने के लिए कई गतिविधियां की है। इसमें किसानों को खेत में उनकी फसल की सुरक्षा और इंश्योरेंस के लाभ के बारे में बताया गया है। किसानों को फसलों की बुआई के समय जोखिम से बचाव की भी जानकारी दी गई। इसमें संपूर्ण चक्र के तहत फसल की कटाई के बाद भी फसलों की सुरक्षा को शामिल किया गया है। रबी सीजन के लिए एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने किसानों को टमाटर, आलू, आम, अनार, मिर्च, अंगूर, जौ, गेहूं, चना, मसूर, जीरा, मेथी, सरसों, माल्टा, नारंगी, आड़ू और लीची की फसलों का बीमा कर पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान कर समर्थन किया है।