पटना। 129 विधायकों के प्रस्ताव के समर्थन के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने फ्लोर टेस्ट जीत लिया। विपक्ष ने राज्य विधानसभा से वॉकआउट किया।बिहार विधानसभा में विश्वास मत से पहले बोलते हुए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि पूर्व सीएम लालू प्रसाद का परिवार भ्रष्टाचार का प्रतीक था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राजद बिहार को ‘माफिया राज’ में बदलना चाहता है। बता दें कि बिहार विधानसभा में अविश्वास मत से पहले राजद विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव एनडीए गुट में शामिल हो गए हैं।
NDA के फ्लोर टेस्ट पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “जब ये लोग(कांग्रेस और RJD) साथ थे तो हमने बाकि सब लोगों को एकजुट करने के लिए यहां पर बैठक भी की… मैंने इतने दिन मेहनत की और मैं सबको एकजुट कर रहा था लेकिन कुछ हुआ?… कांग्रेस पार्टी को डर लग रहा था। हम बार-बार कह रहे थे कि बाकि पार्टियों को एकजुट कीजिए… हमें बाद में पता चला कि इनके(तेजस्वी यादव) पिता भी उनके(कांग्रेस) साथ हैं तब मुझे पता चला कि कुछ होने वाला नहीं है और फिर मैं अपनी पुरानी जगह(NDA) पर आ गया जहां मैं बहुत पहले था।
बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की कार्यवाही के दौरान बोलते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के पास 2005 में मेरे चुने जाने से पहले राज्य के लिए काम करने के लिए 15 साल थे। वे कहते हैं कि मुसलमान उनके साथ हैं। लेकिन उन्होंने क्या किया? उनके शासन के दौरान हिंदुओं और मुसलमानों के बीच बहुत सारे झगड़े हुए। मेरे आने के बाद यह सब बंद हो गया। उन्होंने कहा कि ‘उन्होंने जो 15 साल तक नहीं किया, मैंने तुरंत कर लिया।” “मैंने समाज के हर स्तर के लिए, उनके विकास के लिए काम किया है। नीतीश ने कहा कि कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है: महिलाएं देर रात तक घूमती रहती हैं। उन्होंने कहा कि जब वे दोबारा आए, तो उन्होंने मेरी नीतियों और पहलों को जारी रखा और अब श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं।