नई दिल्ली। जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओर से तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की गई, उसके बाद चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है कि क्या कुछ और कानून भी वापस लिए जाएंगे, जिनको लेकर बीते दिनों आंदोलन किया गया था ? इसमें सीएए को लेकर सबसे अधिक बात हो रही है।
असल में, एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने लोगों को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में चलाए गए अभियान को याद दिलाया है। ओवैसी ने कहा है कि प्रधानमंत्री कभी भी जन आंदोलन को हराने में कामयाब नहीं हुए हैं, सिर्फ उत्पीड़न किया है। ओवैसी ने कहा है कि मोदी सरकार अब जल्द ही सीएए का कानून भी वापस लेना होगा।
असदुद्दीन ओवैसी ने एक के बाद कई ट्वीट कर लिखा कि, चुनाव और कानूनों के खिलाफ अभियान ने प्रधानमंत्री को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। वे कभी भी एक जन आंदोलन को हराने में कामयाब नहीं हुए हैं, सिर्फ उत्पीड़न किया है, सीएए विरोधी अभियान से राष्ट्रीय स्तर पर एनआरसी लागू करने की बातों को विराम लग गया था, सीएए के नियमों को बनाया जाना अभी बाकी है। किसान के हठ से ही किसान आंदोलन को सफलता मिली है।
Impending elections & protest movements can force @PMOIndia to rethink. He’s never beaten a peoples’ movement, just managed to harass. Anti-CAA movement ensured that talks of national NRC were shelved; CAA rules yet to be made. Farmers movement succeeded due to their persistence
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 19, 2021
सोशल मीडिया पर चल रही है चर्चाओं का दौर अभी जारी है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र सरकार की ओर से क्या रूख अख्तियार किया जाता है।