बिहार में नीतीश अपने वादों के मुताविक अव महिलाओं को अपनी पार्टी जदयू में भी 33 प्रतिशत की हिस्सेदारी दे रहे हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि आज पटना स्थित जदयू कार्यालय में इसकी विधिवत घोषणा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने की। जदयू की नई टीम में 29 उपाध्यक्ष, 60 महासचिव, 114 सचिव, 1 कोषाध्यक्ष एवं 7 प्रदेश प्रवक्ता हैं।
बिहार में फिलहाल राजनीतिक उठापटक जारी है लेकिन इस उठापटक के बीच भी नीतीश अपने कामों को अंजाम देने में लगे हैं। फिलहाल नीतीश दिल्ली में हैं लेकिन उनकी पार्टी अपने संगठन विस्तार के काम में लगी है और बिहार की आधी आवादी को यह बताने की कोशिश में जुटि है कि नीतीश सरकार महिलाओं की सबसे बङी हिमायती है और नीतीश के शासन में ही महिलाओं को उनका वाजीव हक मिल सकता है।आपको बता दें की बिहार में हुये गत विधानसभा चुनाव में महिलाओं की बदौलत ही नीतीश 43 सीट पर पहुंचे थे।
यहां आपको बताते चलें की नीतीश देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने बिहार में महिलाओं को सबसे पहले 33 प्रतिशत हिस्सेदारी पंचायतों में दी और बिहार को ऐसा करने वाला पहला राज्य बनाया । जदयू की इस घोषणा के बाद बिहार में अव दूसरे दलों के लिये भी महिलाओं को उनकी हिस्सेदारी देना अनिवार्य हो जायेगा। यानी नीतीश ने अव अपने तीर से इसवार एक ऐसा शिकार किया है जिससे आनेवाले दिनों में नीतीश को बिहार की सियासत से बेदखल करना किसी भी दल के लिये आसान नहीं होगा ।