नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी के नेता ने मीडिया से बात करते हुए मीडिया पर हमला किया है। उनका कहना है कि मैं मीडिया से अनुरोध करता हूं कि वे सच्चाई दिखाएं। मीडिया का एक छोटा वर्ग मेरे खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा था और मुझे उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करानी होगी। मुझे उन सांसदों के खिलाफ भी कोर्ट और विशेषाधिकार समिति में शिकायत दर्ज करानी होगी जिन्होंने दावा किया था कि फर्जी हस्ताक्षर थे।
असल में, दिल्ली सेवा बिल पर चर्चा के दौरान कहा गया कि सांसद राघव चड्ढा ने 5 सांसदों की अनुमति के बिना उनका नाम डाला और उनके हस्ताक्षर संबंधित कागज पर हैं। सांसदों का आरोप है कि उनकी सहमति के बिना AAP सांसद राघव चड्ढा ने दिल्ली एनसीटी संशोधन विधेयक को सेलेक्ट समिति को भेजने के लिए प्रस्ताव में उनके नाम का उल्लेख किया।
BJP तानशाही घोषित कर दे, लोकतंत्र का ड्रामा क्यों कर रही है?
Modi सरकार ने एक नई परंपरा शुरू की है।
जो भी Modi जी के ख़िलाफ़ बोलेगा, उसे सरकार निलंबित कर देगी, सदस्यता छीन लेगी या FIR कर देगी।
दुनिया की सबसे बड़ी अफवाह Company BJP के गृह मंत्री Amit Shah झूठ बोलते हैं कि… pic.twitter.com/fnM4kpoyQS
— AAP (@AamAadmiParty) August 10, 2023
उसको लेकर सदन में खूब हंगाम हुआ और जांच तक की बात कही गई थी। इसी मुद्दो को लेकर गुरुवार को सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि नियम पुस्तिका में कहा गया है कि कोई भी सांसद किसी भी समिति के गठन के लिए नाम प्रस्तावित कर सकता है और जिसका नाम प्रस्तावित किया गया है उसके न तो हस्ताक्षर की आवश्यकता है और न ही लिखित सहमति की। लेकिन झूठ फैलाया गया कि फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं।
सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मैं BJP को चुनौती देता हूँ कि वो कागज़ दिखाए, जिस पर फ़र्ज़ी Signature हैं। जब भी कोई Controversial Bill आता है तो उस पर अधिक चर्चा के लिए Selection Committee बनाई जा सकती है, जिसमे सदस्यों का नाम प्रस्तावित किया जा सकता है जिसे उस Committee में नहीं रहना होता है, वो नाम वापस ले लेता है। इसमें सिग्नेचर की जरूरत ही नहीं है।