एशिया का सबसे बडा अस्पताल बनेगा पटना में, सीएम नीतीश कुमार ने किया शिलान्यास

परियोजना के पूर्ण होने का लक्ष्य 7 वर्ष निर्धारित किया गया है। मेरी ख्वाहिश है कि इसका निर्माण कार्य 5 वर्षों में पूर्ण कर लिया जाय। निर्माण कार्य तेजी से हो इसके लिए विशेषज्ञों की एक कमिटी भी बनायें जो इसका सतत् अनुश्रवण करती रहे। हम भी निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए बिना बताए बीच-बीच में आते रहेंगे और जरुरी सुझाव देते रहेंगे।

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएमसीएच परिसर में भूमि पूजन एवं शिलापट्ट का अनावरण कर पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की पुनर्विकास परियोजना का शिलान्यास किया। जब यह परियोजना अपने मूर्त रूप में आ जाएगी, तब पीएमसीएच एशिया का सबसे बडा अस्पताल बन जाएगा। यह यकीनी तौर पर बिहार के लिए गौरव की बात होगी। इसे सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जा रहा है।

सोमवार को शिलान्यास के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज के इस समारोह में आप लोगों की उपस्थिति के लिए अभिनंदन करता हूं। स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव सहित अन्य वक्ताओं ने इस परियोजना से संबंधित कई बातों की जानकारी आप लोगों के समक्ष दी है। उन्होंने कहा कि हमारा भी छात्र जीवन से ही पीएमसीएच से लगाव रहा है। पीएमसीएच का शुरु से अपना विशिष्ट महत्व रहा है। पहले पूर्वी भारत एवं नेपाल के लोग भी यहां इलाज के लिए आते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगल पांडेय जब स्वास्थ्य मंत्री बने, तो पीएमसीएच का पुनर्निमाण कर इसे विश्वस्तरीय बनाने की योजना पर तेजी से काम शुरु हुआ। इसके लिए विशेषज्ञों की एक कमिटी भी बनाई गई।

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इस परियोजना के पूर्ण होने का लक्ष्य 7 वर्ष निर्धारित किया गया है। मेरी ख्वाहिश है कि इसका निर्माण कार्य 5 वर्षों में पूर्ण कर लिया जाय। निर्माण कार्य तेजी से हो इसके लिए विशेषज्ञों की एक कमिटी भी बनायें जो इसका सतत् अनुश्रवण करती रहे। हम भी निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए बिना बताए बीच-बीच में आते रहेंगे और जरुरी सुझाव देते रहेंगे। किसी प्रकार की जरुरत होने पर सरकार की तरफ से पूरा सहयोग दिया जाएगा। यहां हेलिकॉप्टर के भी उतरने की व्यवस्था होगी ताकि गंभीर स्थिति वाले मरीजों को यहां लाने में सुविधा हो। यहां गाड़ियों की पार्किंग की भी उचित व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि पीएमसीएच के पुनर्विकास कार्य की शुरुआत आज हुयी है और मेरी इच्छा है कि यह पांच वर्ष में बनकर विश्वस्तरीय स्वरुप में तैयार हो जाए।

5,540 करोड़ रुपये की लागत से 5,462 बेड का विश्वस्तरीय अस्पताल बनेगा पीएमसीएच

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने हरित पौधा एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया। कार्यक्रम के दौरान पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की पुर्नविकास एवं परियोजना से संबंधित एक प्रस्तुतीकरण दिया गया। कार्यक्रम को केन्द्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधायक नितिन नवीन, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत एवं पीएमसीएच के प्राचार्य विद्यापति चैधरी ने भी संबोधित किया।