मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 72 लाख किसानों को जारी की 1560 करोड़ की सम्मान निधि

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 1 हजार 117 करोड़ से अधिक के 127 विकास कार्यों का किया लोकार्पण और भूमिपूजन

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना में आयोजित राज्य स्तरीय कृषक सम्मेलन में 72 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि के 1 हजार 560 करोड़ का सिंगल क्लिक से अंतरण किया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 30 लाख दावों में 1 हजार 58 करोड़ रुपये किसानों के खातों में जारी किए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 4 लाख 30 हजार परिवारों को पट्टों का वितरण भी किया। इसके अंतर्गत मुख्यमंत्री आवास भू-अधिकार योजना (ग्रामीण) के 75 हजार, मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना के 5 हजार 711 और स्वामित्व योजना के 3 लाख 50 हजार पट्टे हितग्राहियों को प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 1 हजार 117 करोड़ 58 लाख की लागत के 127 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इसके अंतर्गत 959 करोड़ 37 लाख रुपये के 40 कार्यों का भूमिपूजन किया गया तथा 157 करोड़ 84 लाख के अधिक के लागत के 87 करोड़ विकास कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने व्यंकेटेश लोक मूर्तियों का अनावरण भी किया, उल्लेखनीय है कि सतना स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत सतना नगर के प्रसिद्ध व्यंकेटेश मंदिर के सौंदर्यीकरण और विकास कार्यों के तहत व्यंकेटेश लोक का निर्माण किया गया है। राज्य स्तरीय कृषक सम्मेलन में सतना के सीमावर्ती जिलों रीवा, पन्ना, कटनी, सीधी, छतरपुर, उमरिया आदि के कृषक शामिल हुए। अन्य जिलों के कृषक कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े।

विवेकानंद महाविद्यालय मैहर और अनेक सड़कों हुआ लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 157 करोड़ 84 लाख से अधिक की लागत से हुए विकास कार्यों के अंतर्गत 61 करोड़ 26 लाख की लागत से सतना में नेक्टर झील, व्यंकेटेश मंदिर, संतोषी माता तालाब के पुर्नविकास और 50 करोड़ की लागत से बने दो मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक, चित्रकूट में 10 करोड़ की लागत से बने आईटीआई छात्रावास व आवासों का लोकार्पण किया। सात करोड़ 95 लाख की लागत से सतना जिले में बने अस्पताल, हाईस्कूल भवन जैसे विकास कार्यों, 5 करोड़ 51 लाख की लागत से निर्मित विवेकानंद महाविद्यालय मैहर और वनदेवी परिसर चित्रकूट सहित जिले की विभिन्न सड़कों और अन्य निर्माण कार्यों का लोकार्पण भी किया गया।

कामतगिरि पथ और माँ शारदा देवी मंदिर रोप-वे तथा यात्री सुविधा का हुआ भूमिपूजन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 959 करोड़ 73 लाख लागत से किए गए कार्यों के भूमिपूजन के अंतर्गत 372 करोड़ 88 लाख की लागत से बनने वाली सतना से सोहावल नहर, 227 करोड़ 56 लाख की लागत से चित्रकूट में बनने वाले दोरीसागर बांध, 178 करोड़ 22 लाख लागत की नागौद-मैहर सड़क, 40 करोड़ 33 लाख के मझगवां सीएम राइज स्कूल, 31 करोड़ 53 लाख लागत के कामतगिरि पथ, 25 करोड़ 26 लाख के माँ शारदा देवी मंदिर यात्री सुविधा व रोप-वे का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शासकीय महाविद्यालय नादन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नागौद, जिले की विभिन्न सड़कों तथा अन्य निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया।

हमने विकास गतिविधियों में कभी पैसे की कमी को आड़े नहीं आने दिया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विकास और जनकल्याण के लिए हमारी सरकार संकल्पबद्ध है। इस प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप हमने विकास गतिविधियों में कभी पैसे की कमी को आड़े नहीं आने दिया। किसान कल्याण के लिए उठाए गए कदम हों या कृषि के उन्नयन के लिए संचालित गतिविधियां, हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की हैं। प्रदेश में सिंचाई के रकबे को 7 लाख 50 हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 47 लाख हेक्टेयर किया है। जिसे बढ़ाकर 100 लाख हेक्टेयर किया जाएगा। पानी की बचत के लिए पाइप लाइन से सिंचाई की व्यवस्था की गई है। किसानों की सुविधा के लिए अनुदान पर ट्रांसफार्मर की योजना पुन आरंभ की जा रही है। किसानों को शून्य प्रतिशत पर ब्याज की व्यवस्था की गई। किसान भाईयों के लिए खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी। डिफाल्टर किसानों को सहकारिता की व्यवस्था से खाद उपलब्ध कराया जाएगा। किसान भाईयों को यदि फसलों को नुकसान हुआ है तो सर्वे कराकर राहत की राशि और फसल बीमा का पैसा दिलवाया जाएगा।

प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में किसान कल्याण की गतिविधियां लगातार जारी हैं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में किसान कल्याण की गतिविधियां लगातार जारी हैं। प्रतिमाह किसानों को एक हजार रुपये की राशि उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत व्यवस्था की गई है। लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत भी किसान परिवारों को राशि प्राप्त हो रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसान की आय दोगुनी करने में हम सफल रहे हैं। किसान अब तीन-तीन फसलें ले रहा है, इन फसलों की खरीद की व्यवस्था भी की गई है।

गरीब कल्याण हमारी सरकार का मूल मंत्र है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब कल्याण हमारी सरकार का मूल मंत्र है। हर गरीब परिवार को रहने की जमीन का पट्टा उपलब्ध कराया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास में जो परिवार छूट गए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराए जाएंगे। गरीब, किसान, युवा सहित के सभी के विकास और कल्याण के लिए गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। विद्यार्थियों को शिक्षा में प्रोत्साहन के लिए लेपटॉप और स्कूटी उपलब्ध कराई जा रही है, और युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए भी व्यवस्था की गई है।

प्रदेश में किसानों ने चमत्कार किया है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में किसानों ने चमत्कार किया है। राज्य सरकार ने सात सूत्रों का अनुसरण करते हुए संकट के समय सहायता उपलब्ध कराने, खेती के लिए बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने, कृषि के उत्पादन की लागत को कम करने, खेती का उत्पादन बढा़ने, किसान को उसकी फसल का सही मूल्य दिलाने, खेती के विविधीकरण और उत्पादों की मार्केटिंग को प्रोत्साहित करने के लिए गतिविधियां संचालित कीं हैं। हमारी सरकार ने पिछले तीन साल में लगभग 2 लाख 84 हजार करोड़ रुपये की राशि के हित लाभ किसानों के खातों में अंतरित किए। 3 करोड़ 9 लाख प्रकरणों में 1 लाख 49 हजार करोड़ रुपये से अधिक के कृषि ऋण जीरो प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध कराये गए। फसल बीमा योजना के अंतर्गत 1 करोड़ 43 लाख से अधिक किसानों 20 हजार करोड़ से अधिक का बीमा दावा भुगतान किया गया। यह भी गौरतलब है कि देश के कुल निर्यात में 45 प्रतिशत की भागीदारी के साथ मध्यप्रदेश देश का प्रथम राज्य बना हुआ है। प्रदेश चना, उड़द, मसूर, दलहन, तिलहन, अलसी के उत्पादन में भी देश में प्रथम स्थान पर है। राज्य को लगातार सात बार कृषि कर्मण अवार्ड का सम्मान प्राप्त हुआ है।

किसानों ने हल भेंटकर मुख्यमंत्री श्री चौहान का किया अभिवादन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या पूजन और दीप प्रज्जलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा किसान सम्मेलन में पधारे कृषकों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को हल और मोटे अनाज भेंटकर उनका अभिवादन किया गया। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, सांसद सतना श्री गणेश सिंह, क्षेत्रीय विधायक गण, पंचायत और नगरीय निकायों के पदाधिकारी तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।