Vajra : सामरिक शक्ति में हुई वृद्धि, भारतीय तटरक्षक जहाज ‘वज्र’ बेड़े में हुआ शामिल

सात अपतटीय गश्ती जहाज की श्रृंखला में छठा जहाज वज्र आधुनिक नौवहन और संचार प्रणाली से लैस है। जहाज में मुख्य अस्त्र के तौर पर 30मिलीमीटर की तोप है और उसकी लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए उसमें दो एफसीएस नियंत्रित 12.7 एमएम की एसआरसीजी (स्थिर रिमोट नियंत्रित तोप) लगी है।

चेन्नई। भारत की सामरिक शक्ति में बुधवार को उस समय एक गुणात्मक वृद्धि हुई, जब भारतीय तटरक्षक जहाज ‘वज्र’ (Vajra) को औपचारिक रूप से बेड़े में शामिल कर लिया गया। भारतीय सेना (Indian Army) की ओर से कहा गया है कि छठे अपतटीय गश्ती पोत को तटीय सुरक्षा मजबूत करने के लिए बेड़े में शामिल किया गया है।

इस अवसर पर देश के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत (Gen Bipin Rawat) ने चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट में एक ‘पट्टिका’ और जहाज के नाम वाले बोर्ड ‘वज्र’ का औपचारिक अनावरण किया। उप महानिरीक्षक एलेक्स थॉमस जहाज के कमांडिंग अधिकारी हैं। इस जहाज में 14 अधिकारी और 88 कर्मी होंगे। जहाज तटरक्षक बल के पूर्वी क्षेत्र के संचालनात्मक नियंत्रण के तहत तूतीकोरिन में तैनात रहेगा।

बता दें कि इस जहाज का निर्माण देश में ही किया गया है और इसे लार्सन एंड टुर्बो (Larsend & Tubro) शिप बिल्डिंग लिमिटेड ने बनाया है। सात अपतटीय गश्ती जहाज की श्रृंखला में छठा जहाज वज्र (Vajra) आधुनिक नौवहन और संचार प्रणाली से लैस है। जहाज में मुख्य अस्त्र के तौर पर 30मिलीमीटर की तोप है और उसकी लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए उसमें दो एफसीएस नियंत्रित 12.7 एमएम की एसआरसीजी (स्थिर रिमोट नियंत्रित तोप) लगी है।

जानकारों ने कहा कि इस जहाज को इस तरह से बनाया गया है कि इसमें दो इंजन वाला, रात में उड़ान भरने में सक्षम एक हेलीकॉप्टर खड़ा हो सकता है । साथ ही चार उच्च गति वाली नौकाएं है जो खोज एवं बचाव कार्यों, कानून प्रवर्तन तथा समुद्री गश्त में मदद कर सकेंगी।