मुंबई। राकांपा नेता और राज्य सरकार के मंत्री नवाब मलिक और एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े के बीच सियासी संघर्ष और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब नया आरोप लगाया गया है। नवाब मलिक ने कहा है कि समीर वानखेड़े के पूरे परिवार ने दोहरी पहचान बनाए रखी। पिता की दोहरी पहचान दाऊद और ज्ञानदेव के नाम से बनी रही। मां की भी दोहरी पहचान बनाई, बहन की दोहरी पहचान है और स्वंय समीर वानखेड़े ने भी दोहरी पहचान बनाकर रखी और पूरे प्रदेश को धोखा दिया और फ़र्जीवाड़ा किया।
हाल ही में नवाब मलिक ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक तस्वीर भी जारी की थी और दावा किया कि ये तस्वीर निकाहनामे पर हस्ताक्षर करते हुए समीर दाऊद वानखेड़े की है। अब नवाब मलिक ने एक और ट्वीट किया है और दावा किया है कि ये दस्तावेज समीर वानखेड़े की मां की मौत से जुड़े हुए हैं। राकांपा नेता नवाब मलिक का यह भी कहना है कि समीर वानखेड़े जीवन में मुसलमान बने रहे, सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए कागजों में हेरा फेरी करके अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र बनाया, सरकारी नौकरी ली और फर्ज़ीवाड़ा किया।
एक और फर्जीवाड़ा,
अंतिम संस्कार के लिए मुसलमान और सरकारी दस्तावेज के लिए हिन्दू ?
धन्य है Dawood Dnyandeo pic.twitter.com/uuM58cjfru— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) November 25, 2021
राकांपा नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने गुरुवार को परमबीर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त को भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद आखिरकार पेश होना पड़ा। परमबीर सिंह जबरन वसूली के कई मामलों का सामना कर रहे हैं, पिछले कई महीनों से वे संपर्क से बाहर थे और अब गुरुवार को वह मुंबई पहुंचे, जिसे लेकर उन पर कई तरह के तंज कसे जा रहे हैं।