चेन्नई। ये जरूरी नहीं होता कि जो व्यक्ति आपका रोल मॉडल हो, उसे हर किसी क्षेत्र में सफलता मिल ही जाए। यह बात उस समय एक बार और सच हुई, जब दक्षिण भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार रहे रजनीकांत को राजनीति से तौबा करनी पड़ी। अपनी राजनीतिक पार्टी ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ को खत्म करना पड़ा। इस बार उन्होंने एक तरह से कसम खा ली कि अब राजनीति में नहीं आउंगा।
असल में,रजनीकांत ने 29 दिसंबर 2020 को ऐलान किया था कि वह सक्रिय राजनीति में आएंगे। 2020 में ट्विटर हैंडल पर एक चिट्ठी जारी किया था। जिसमें रजनीकांत ने लिखा था, ”मुझे यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि मैं अपनी राजनीतिक पारी शुरू नहीं करूंगा। यह फैसला मैंने भारी दिल से लिया है। लेकिन मेरी प्राथमिकता फिलहाल स्वास्थ्य है।”
Actor Rajinikanth says he would discuss with the office bearers of Rajini Makkal Mandram whether he would enter politics or not in the future, ahead of today’s meeting with fans pic.twitter.com/3ByCVTbfYQ
— ANI (@ANI) July 12, 2021
बता दें कि ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद रजनीकांत ने ये फैसला लिया है। हाल ही में अमेरिका से अपना स्वास्थ्य चेकअप करा कर चेन्नई लौटे हैं।
असल में, कभी हां और कभी ना वाली बात रजनीकांत की राजनीति को लेकर चलती रही। इसके पीछे मुख्य रूप से उनका स्वास्थ्य कारण ही रहा। वैसे, बीते दिनों इनके राजनीति में वापसी करने की चर्चा थी। तब तमिलनाडु की राजनीति में कई संभावनाओं को तलाशा जा रहा था। मगर, सोमवार को उनकी सार्वजनिक घोषणा के बाद अब कयासों का दौर खत्म हो गया है।